गुरु चांडाल दोष पूजा उज्जैन
क्या आपकी कुंडली में गुरु चांडाल दोष है? यदि हाँ तो उज्जैन में इस विशेष पूजा का आयोजन कराना अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है। यह दोष व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की समस्याएँ पैदा कर सकता है। इस दोष की निवारण पूजा करने के लिए आज ही नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें और अपनी पूजा बुक करें।
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गुरु चांडाल दोष क्या है?
गुरु चांडाल दोष एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय दोष है, जो तब बनता है जब गुरु (बृहस्पति) के साथ राहु या केतु की युति होती है। यह दोष व्यक्ति के जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जैसे शिक्षा में बाधाएँ, करियर में असफलता, वैवाहिक समस्याएँ, मानसिक तनाव और समाज में मान-सम्मान की हानि।
व्यक्ति की जन्मकुंडली मे बृहस्पति और राहु-केतु के बीच किसी भी तरह का संबंध कुंडली मे गुरु चांडाल दोष का कारण बन सकता है। गुरु, राहु या केतु तीनों के बीच किसी भी प्रकार का संबंध गुरु चांडाल दोष योग का कारण बनता है। छाया ग्रहो के प्रभाव के कारण ब्रहस्पति भी अशुभ परिणाम देने लगता है। यह दोष ज्योतिषीय दृष्टि मे शनि की साढ़ेसती से भी अधिक हानिकारक माना जाता है।

गुरु चांडाल दोष के लक्षण क्या है? कैसे पहचाने दोष है या नही?
गुरु चांडाल दोष के लक्षण निम्नलिखित है-
- दोष के कारण व्यक्ति का स्वभाव जिद्दी और हठी वाला हो जाता है।
- पैसा होंने के बाद भी पैसा नहीं रुकता है।
- व्यक्ति को नौकरी मे बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
- वैवाहिक जीवन मे कलह क्लेश होती रहती है।
- चारित्रिक दोष का भी सामना करना पड़ता है।
गुरु चांडाल दोष को दूर करने के उपाय क्या है?
गुरु चांडाल दोष उपाय निम्नलिखित है-
- पक्षियो को दाना खिलना चाहिए।
- सूर्य को जल अर्पण करना चाहिए।
- अपने से बढ़ो का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।
- केसर का तिलक लगाना चाहिए।
- गुरुवार के दिन पीले रंग की वस्तुए दान करनी चाहिए, जैसे की चने की दाल हल्दी, बेसन, पीले रंग के वस्त्र या पीले रंग की चूड़िया।
- गुरुवार के दिन अपने शिक्षको की सेवा करनी चाहिए।
उपरोक्त उपायो को अपनाकर गुरु चांडाल दोष के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है।
गुरु चांडाल दोष पूजा क्या होती है?
गुरु चांडाल दोष निवारण पूजा कुंडली से गुरु चांडाल दोष और इसके दुष्प्रभाव को समाप्त करने के लिए आयोजित की जाती है। पूजा मे राहु और केतु के शांति मंत्रो का जाप किया जाता है, जिससे राहु और केतु का दुष्प्रभाव भी समाप्त होता है। इस पूजा का मुख्य उद्देश्य गुरु की शुभता को बढ़ाना और राहु-केतु के नकारात्मक प्रभाव को कम करना है। गुरुचांडाल दोष पूजा से धन-समृद्धि, मानसिक शांति और सफलता प्राप्त होती है। गुरु चांडाल दोष पूजा एक शक्तिशाली उपाय है जिससे गुरु और राहु-केतु के बीच के द्वंद्व को शांत किया जा सकता है।
उज्जैन में गुरु चांडाल दोष पूजा का महत्व क्या है?
उज्जैन, जो भगवान महाकालेश्वर का पवित्र स्थल है, गुरु चांडाल दोष निवारण पूजा के लिए एक आदर्श स्थान है। यहाँ के प्रमुख कारण हैं:
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग: स्वयंभू ज्योतिर्लिंग की पवित्रता पूजा की शक्ति को बढ़ाती है।
शिप्रा नदी: पूजा से पहले शिप्रा में स्नान कर्मिक दोषों को शुद्ध करता है।
वैदिक पंडित: उज्जैन के पंडित वैदिक मंत्रों और अनुष्ठानों में निपुण हैं, जो पूजा को प्रभावी बनाते हैं।
ऑनलाइन सुविधा: विश्व भर के भक्त वीडियो कॉल के माध्यम से पूजा में शामिल हो सकते हैं और प्रसाद प्राप्त कर सकते हैं।
गुरु चांडाल योग शांति पूजा की विधि क्या है?
संकल्प एवं गोत्र उच्चारण – पूजा की शुरुआत में व्यक्ति का नाम, गोत्र और उद्देश्य लिया जाता है।
गुरु ग्रह की शांति हेतु मंत्र जाप – विशेष ब्रह्म संहिताओं का पाठ और गुरु बीज मंत्रों का जाप किया जाता है।
राहु/केतु की शांति के लिए हवन – विशेष रूप से राहु-केतु से संबंधित हवन सामग्री से यज्ञ किया जाता है।
गुरु-राहु/केतु ग्रहों के यंत्र स्थापना और पूजन – स्वर्ण/ताम्र यंत्रों की प्रतिष्ठा कर ग्रहों की कृपा प्राप्त की जाती है।
दान और ब्राह्मण भोज – पूजा के बाद ब्राह्मणों को दान देना आवश्यक होता है, जिससे पूर्ण फल प्राप्त होता है।
गुरु चांडाल दोष शांति मंत्र कौन-कौन से है?
- गुरु मंत्र – ॐ बृं बृहस्पतये नमः
- राहु मंत्र – ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः
- केतु मंत्र: “ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः” (108 बार, मंगलवार को)।
- रुद्राक्ष माला से जाप करें, सुबह ब्रह्म मुहूर्त में।
उज्जैन में गुरु चांडाल दोष पूजा में कितना खर्च आता है?
गुरु चांडाल दोष पूजा का खर्च स्थान, पंडित और पूजा विधि के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। गुरु चांडाल दोष पूजा की कीमत ₹2,100 से शुरू होकर आवश्यकतानुसार अधिक भी हो सकती है। पूजा की सटीक लागत जानने के लिए उज्जैन के योग्य पंडित अतुल अग्निहोत्री जी से नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें और अपनी पूजा की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करें।
उज्जैन मे गुरु चांडाल पूजा कराने से क्या लाभ मिलते है?
यह पूजा निम्नलिखित लाभ प्रदान कर सकती है:
मानसिक शांति: तनाव, चिंता, और एकाग्रता की कमी से राहत।
पारिवारिक सौहार्द: परिवार और दोस्तों के साथ बेहतर रिश्ते।
करियर और वित्तीय स्थिरता: नौकरी में उन्नति, व्यापार में सफलता, और वित्तीय संकट से मुक्ति।
स्वास्थ्य सुधार: जिगर, रक्तचाप, और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में राहत।
आध्यात्मिक उन्नति: नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति और आध्यात्मिक प्रगति।
कर्मिक शुद्धि: पिछले जन्मों के कर्मों का निवारण।

गुरु चांडाल दोष पूजा के लिए शुभ मुहूर्त कौन-कौन से है?
गुरु चांडाल दोष पूजा वर्ष भर की जा सकती है, लेकिन निम्नलिखित तिथियाँ विशेष रूप से शुभ हैं:
गुरु पुष्य योग: जनवरी, अप्रैल, जुलाई 2025।
नाग पंचमी: जुलाई–अगस्त 2025 (श्रावण मास)।
महाशिवरात्रि: 26 फरवरी 2025।
अमावस्या और पंचक: प्रत्येक माह की अमावस्या, विशेष रूप से श्रावण और माघ मास में।
सर्वश्रेष्ठ दिन: बुधवार और गुरुवार (गुरु और राहु/केतु के दिन)।
वैयक्तिक मुहूर्त: कुंडली के आधार पर पंडित से मुहूर्त लें।
उज्जैन में गुरु चांडाल दोष पूजा कैसे बुक करे?
गुरु चांडाल दोष पूजा उज्जैन में एक शक्तिशाली वैदिक अनुष्ठान है, जो मानसिक शांति, पारिवारिक सौहार्द, करियर में सफलता, और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान कर सकता है।
गुरु चांडाल दोष के निवारण के लिए विशेष पूजा कराना अत्यंत लाभकारी होता है। उज्जैन में इस पूजा को करवाने के लिए आप वहाँ के अनुभवी पंडित अतुल अग्निहोत्री जी से संपर्क कर सकते हैं। पंडित जी को पिछले 8 वर्षों से अधिक समय से गुरु चांडाल दोष निवारण पूजा का अनुभव प्राप्त हैं। यदि आप अपनी बुक करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें और अपनी समस्याओं का समाधान पाएँ।