नवग्रह दोष शांति पूजा उज्जैन

नवग्रह दोष शांति पूजा उज्जैन में बुक करने के लिए नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें और पंडित अतुल अग्निहोत्री जी से संपर्क करें। तथा अपने जीवन को शुभ बनाएं। 

नवग्रह दोष क्या है?

हिन्दू धर्म के अनुसार नवग्रह दोष (Navgrah Dosha) तब उत्पन्न होता है जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में नौ ग्रहों (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु) में से एक या अधिक ग्रह अशुभ स्थिति में होते हैं। यह दोष व्यक्ति के जीवन में स्वास्थ्य, करियर, विवाह, संतान, धन और मानसिक शांति पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। कुंडली में ग्रहों की अशुभ स्थिति के कारण विभिन्न प्रकार के नवग्रह दोष उत्पन्न होते हैं, जिन्हें विशेष नवग्रह दोष निवारण पूजा के द्वारा शांत किया जा सकता है।

नवग्रह दोष के प्रकार कितने और कौन-कौन से होते है?

प्रत्येक ग्रह से जुड़े दोष और उनके प्रभाव निम्नलिखित है: 

  • सूर्य दोष: पिता से तनाव, सरकारी कार्यों में बाधा, हड्डी रोग।

  • चंद्र दोष: मानसिक अशांति, जल से डर, किडनी समस्याएँ।

  • मंगल दोष (मंगलिक): विवाह में देरी, रक्तचाप, दुर्घटना का भय।

  • बुध दोष: बुद्धि कमजोर, व्यापार हानि, त्वचा रोग।

  • गुरु दोष: शिक्षा में रुकावट, वैवाहिक जीवन में कठिनाई।

  • शुक्र दोष: प्रेम संबंधों में असफलता, आँखों की समस्या।

  • शनि दोष: निर्धनता, देरी से सफलता, जोड़ों का दर्द।

  • राहु/केतु दोष: भ्रम, गुप्त रोग, जादू-टोना का भय।

नवग्रह दोष के लक्षण कौन से है?

नवग्रह दोष के कई ऐसे नकारात्मक प्रभाव है जिनसे व्यक्ति के जीवन में बहुत समस्याएँ हो सकती है जिसके लक्षण निन्म्लिखित है:

  • स्वास्थ्य: इस दोष के कारण लंबी बीमारी, शारीरिक कमजोरी देखने को मिलती है।

  • करियर: यह दोष नौकरी में अस्थिरता और व्यापार में नुकसान का कारण बन सकता है।

  • वैवाहिक जीवन: वैवाहिक जीवन में समस्याएँ तथा पति-पत्नी के बीच तलाक या अलगाव की संभावना बनी रहती है। 

  • मानसिक: इस दोष का मुख्य लक्षण तनाव, निर्णय लेने में असमर्थता आदि।

नवग्रह दोष के उपाय क्या है?

नवग्रह दोष के कारण कई सारे दुष्प्रभाव देखने को मिलते है जिनके उपाय निम्नलिखित है:

  • रोज सुबह नवग्रह स्तोत्र का पाठ करें।
  • सोमवार को शिवलिंग पर जल और कच्चा दूध चढ़ाएँ।
  • शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।
  • हर मंगलवार हनुमान जी को सिंदूर और चोला चढ़ाएँ।
  • राहु और केतु दोष के लिए नारियल प्रवाहित करें।
  • सात्विक भोजन करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें।

नवग्रह दोष निवारण पूजा क्या है? इस पूजा से क्या होता है?

नवग्रह दोष निवारण पूजा एक विशेष वैदिक अनुष्ठान है, जिसका उद्देश्य जन्म कुंडली में ग्रहों के अशुभ प्रभावों को शांत करना और उनकी कृपा प्राप्त करना होता है। यह पूजा नौ ग्रहों (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु) की शांति के लिए की जाती है, ताकि जीवन में स्वास्थ्य, धन, सुख और सफलता की प्राप्ति हो सके।

नवग्रह दोष निवारण पूजा ग्रहों के कोप से मुक्ति दिलाने वाला एक शक्तिशाली उपाय है। यह पूजा न केवल समस्याओं को दूर करती है, बल्कि ग्रहों की शुभता को जागृत करके जीवन में नई ऊर्जा प्रदान करती है। श्रद्धा, निष्ठा और सही विधि से की गई पूजा अवश्य ही फलदायी होती है।

यह पूजा विशेष रूप से ग्रहण काल, अमावस्या या ग्रहों की वक्री अवस्था में फलदायी मानी जाती है। नवग्रह दोष निवारण पूजा एक संपूर्ण उपाय है जो सभी ग्रहों को संतुष्ट कर जीवन में सुख-समृद्धि लाती है। यह पूजा विशेष रूप से उन लोगों के लिए फलदायी है जिनकी कुंडली में कई ग्रह दोष हों।

नवग्रह शांति पूजा

उज्जैन में नवग्रह दोष शांति पूजा का क्या महत्व है?

उज्जैन, जो भगवान महाकालेश्वर के स्वयंभू ज्योतिर्लिंग का स्थल है, नवग्रह दोष शांति पूजा के लिए एक प्रमुख केंद्र है। यहाँ के प्रमुख कारण हैं:

  • महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग: इसकी पवित्रता ग्रहों के दुष्प्रभाव को शांत करने में सहायक है।

  • शिप्रा नदी: पूजा से पहले शिप्रा में स्नान कर्मिक दोषों को शुद्ध करता है।

  • वैदिक पंडित: उज्जैन के पंडित वैदिक मंत्रों और अनुष्ठानों में निपुण हैं, जो पूजा की प्रामाणिकता सुनिश्चित करते हैं।

  • ऑनलाइन सुविधा: विश्व भर के भक्त वीडियो कॉल के माध्यम से पूजा में शामिल हो सकते हैं और प्रसाद प्राप्त कर सकते हैं।

  • नवग्रह मंदिर: उज्जैन में नवग्रह मंदिर विशेष रूप से ग्रह शांति पूजा के लिए प्रसिद्ध है।

नवग्रह दोष शांति पूजा का शुभ मुहूर्त (2025)

नवग्रह दोष शांति पूजा वर्ष भर की जा सकती है, लेकिन निम्नलिखित तिथियाँ विशेष रूप से शुभ हैं:

  • नवग्रह जयंती: मार्च–अप्रैल 2025 (चैत्र मास)।

  • महाशिवरात्रि: 26 फरवरी 2025।

  • अमावस्या और पंचक: प्रत्येक माह की अमावस्या, विशेष रूप से श्रावण (जुलाई–अगस्त) और माघ (जनवरी–फरवरी) मास में।

  • सर्वश्रेष्ठ दिन: रविवार (सूर्य), सोमवार (चंद्र), मंगलवार (मंगल), बुधवार (बुध), गुरुवार (बृहस्पति), शुक्रवार (शुक्र), और शनिवार (शनि, राहु, केतु)।

  • वैयक्तिक मुहूर्त: कुंडली के आधार पर पंडित से मुहूर्त लें।

उज्जैन में नवग्रह शांति पूजा में कितना खर्च आता है?

उज्जैन में नवग्रह शांति पूजा लागत पूजा की सामग्री, पूजा का प्रकार और पंडित जी की दक्षिणा पर निर्भर करती है। इस पूजा की लागत लगभग ₹2,100 से शुरू होती है। यह पूजा खर्च आवश्यकता अनुसार अधिक हो सकता है। पूजा खर्च के बारे में सटीक और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पंडित जी को नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें। 

नवग्रह दोष शांति पूजा के लाभ कौन-कौन से है?

नवग्रह शांति पूजा के माध्यम से जीवन में आने वाली परेशानियों, और बाधाओं को कम किया जा सकता है। नवग्रह दोष शांति पूजा के प्रमुख लाभ निम्नलिखित है:

1. ग्रहों की शांति और संतुलन प्राप्त होता है: यदि किसी ग्रह की दशा या स्थिति कुंडली में कमजोर या पीड़ित हो, तो यह पूजा उस ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को शांत करती है और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती है।

2. करियर और व्यवसाय में सफलता: शनि, राहु, या मंगल जैसे ग्रहों के दोष से कार्यक्षेत्र में रुकावटें आती हैं। नवग्रह शांति से करियर ग्रोथ, प्रमोशन और व्यावसायिक स्थिरता में मदद मिलती है।

3. वैवाहिक जीवन में सुधार और प्रेम संबंधों में मजबूती: शुक्र, चंद्र या गुरु ग्रह के दोष से वैवाहिक जीवन में अशांति आती है। यह पूजा विवाह में विलंब, झगड़े और रिश्तों में दरार जैसी समस्याओं को दूर करती है।

4. मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन: चंद्रमा और केतु जैसे ग्रह जब पीड़ित होते हैं, तब मानसिक तनाव, डिप्रेशन या बेचैनी बनी रहती है। नवग्रह पूजा से मानसिक स्थिति संतुलित होती है।

5. आर्थिक तंगी और नुकसान से छुटकारा: शुक्र, राहु और शनि के दोष से धन की हानि होती है। पूजा से आर्थिक संकट दूर होते हैं और स्थिरता आती है।

6. स्वास्थ्य में सुधार: कई बार ग्रह दोषों के कारण बार-बार बीमारियाँ होती हैं। विशेषकर राहु, केतु और मंगल दोषों से। यह पूजा रोग निवारण में सहायक होती है।

7. पितृ दोष और कालसर्प दोष जैसे अन्य दोषों की शांति में सहयोगी: यह पूजा कई बार अन्य दोषों जैसे पितृ दोष, कालसर्प दोष, ग्रहण दोष आदि की शांति में भी लाभकारी होती है।

नवग्रह दोष शांति पूजा कैसे बुक करे?

उज्जैन में नवग्रह दोष शांति पूजा बुक करने के लिए सबसे पहले उज्जैन के अनुभवी पंडित अतुल अग्निहोत्री जी से नीचे दिये गए नंबर पर संपर्क करे और अपनी पूजा बुक करे। पंडित जी को पूजा-अनुष्ठान के विषय मे 8 वर्षो से अधिक अनुभव प्राप्त है।