यदि आप रुद्राभिषेक पूजा उज्जैन मे करवाना चाहते हैं, और भगवान शिव की कृपा पाना चाहते है तो आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित अतुल अग्निहोत्री जी से संपर्क करें और अपनी पूजा बुक करें।
रुद्राभिषेक भगवान शिव को शीघ्र प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। यह एक प्राचीन और प्रसिद्ध पूजा अनुष्ठान है। जिसमे भगवान शिव के रुद्र रूप का रुद्र के मंत्रो के साथ पवित्र जल या द्रव्यों के साथ अभिषेक ( स्नान ) कराया जाता है। रुद्राभिषेक पूजा भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए की जाती है। इस पूजा से दैनिक जीवन मे आ रही सभी समस्याओ से मुक्ति मिल जाती है। रुद्राभिषेक न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि समग्र कल्याण का वैज्ञानिक मार्ग भी है। यह साधक को भौतिक और आध्यात्मिक दोनों स्तरों पर लाभ पहुँचाता है। विशेष संकट के समय या नियमित रूप से इस अनुष्ठान को करने से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं।
“रुद्राभिषेकमेव परमं पुण्यं, रुद्राभिषेकमेव परमं मंगलम्”
(रुद्राभिषेक सर्वोत्तम पुण्य है, रुद्राभिषेक सर्वोत्तम मंगल है) – शिव पुराण
रुद्राभिषेक भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाने वाला एक विशेष वैदिक अनुष्ठान है, जिसमें शिवलिंग पर विभिन्न पवित्र पदार्थों (जल, दूध, घी, शहद आदि) से अभिषेक किया जाता है। यह हिंदू धर्म के सबसे शक्तिशाली अनुष्ठानों में से एक माना जाता है। ऐसी मान्यता है, की भगवान के रुद्र अवतार की पूजा करने से सभी देवताओ की पूजा हो जाती है। पूजा करने से पातक और महापातक कर्म के साथ पिछले जन्म मे किए गए पाप भी समाप्त हो जाते है। रुद्राभिषेक करने से समस्त प्रकार के कष्टो और समस्याओ से मुक्ति मिल जाती है।
रुद्राभिषेक का अर्थ ही है – भगवान रुद्र (शिव) का अभिषेक।
यह पूजा उन दुर्लभ और शक्तिशाली अनुष्ठानों में से एक है जो सीधे आपकी ऊर्जा, भाग्य और विचारों को सकारात्मक दिशा में मोड़ सकती है।
इसमें पंचामृत, जल, दुग्ध, घी, शहद, बेलपत्र आदि से शिवलिंग का अभिषेक होता है।
साथ ही गूंजते हैं वैदिक मंत्र – शिवोपासना, रुद्रसूक्त और महामृत्युंजय जाप।
रुद्राभिषेक कोई साधारण पूजा नहीं – यह एक अनुभव है, आत्मिक शांति का, नई शुरुआत का। तो आप किसका इंतज़ार कर रहे हैं?अभी रुद्राभिषेक पूजा बुक करें और अपने जीवन में नया अध्याय शुरू करें।
उज्जैन में रुद्राभिषेक पूजा वैदिक विधि-विधान के साथ की जाती है और इसमें निम्नलिखित चरण शामिल हैं:
शुद्धिकरण: पूजा से पहले भक्त क्षिप्रा नदी में स्नान करते हैं या स्वयं को शुद्ध पानी से स्नान कर शुद्ध करते हैं।
संकल्प: पंडित भक्त के नाम, गोत्र, और पूजा के उद्देश्य के साथ संकल्प लेते हैं।
कलश पूजा: पूजा क्षेत्र में कलश स्थापित किया जाता है, जिसमें जल, फूल, और अनाज भरे जाते हैं।
पंचामृत अभिषेक: शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, और चीनी) और गंगाजल से अभिषेक किया जाता है, साथ ही रुद्र मंत्र और श्री रुद्रम् (यजुर्वेद) का पाठ होता है।
अन्य प्रसाद: बेलपत्र, धतूरा, फूल, चंदन का लेप, और पवित्र भस्म शिवलिंग पर चढ़ाए जाते हैं।
हवन: पूजा के अंत में घी, तिल, जौ, और चंदन की लकड़ी के साथ हवन किया जाता है।
आरती और प्रसाद: शिव आरती के साथ पूजा समाप्त होती है, और प्रसाद (पंचमेवा, रुद्राक्ष माला, या भस्म) वितरित किया जाता है।
मंत्र: प्रमुख मंत्रों में “ॐ नमः शिवाय”, “श्री रुद्रम् नमकम्-चमकम्”, और “महामृत्युंजय मंत्र” शामिल हैं। इन मंत्रो का नियमित रूप से उच्चारण करना शुभ होता है।
उज्जैन में रुद्राभिषेक पूजा भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने और जीवन की बाधाओं को दूर करने का एक शक्तिशाली माध्यम है। महाकालेश्वर मंदिर की पवित्रता और वैदिक अनुष्ठानों की शक्ति इस पूजा को विशेष बनाती है। रुद्राभिषेक पूजा से निम्न लाभ प्राप्त होते है-
शनि, राहु-केतु या मंगल दोष, वैवाहिक जीवन में अस्थिरता, पारिवारिक तनाव और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ, आर्थिक रुकावट और नौकरी में बाधा, मानसिक अशांति और आत्मविश्वास की कमी जैसी समस्याओ का समाधान है रुद्राभिषेक पूजा।
विवाह में विलंब या वैवाहिक समस्याएं
ग्रह दोष, विशेषकर शनि, राहु, केतु की अशुभ दृष्टि
मानसिक अशांति, रोग, कोर्ट-कचहरी के मामलों में विजय
आर्थिक रुकावटें और व्यापार में नुकसान
संतान सुख में बाधा या पितृ दोष
उज्जैन में करायी जाने वाली रुद्राभिषेक विधियों में लघु रुद्र को नियमित रूप से किया जा सकता है, महा रुद्र विशेष कार्यों के लिए और अति रुद्र को विशिष्ट, दुर्लभ और विराट फल की प्राप्ति के लिए किया जाता है।
लघु रुद्राभिषेक (1-2 घंटे): लघु रुद्राभिषेक भगवान शिव की पूजा का एक नियमित और सरल रूप है, जिसमें 11 रुद्र सूक्त और 1 रुद्राध्याय का पाठ किया जाता है। यह पूजा लगभग 1 से 2 घंटे तक चलती है और इसमें दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल आदि से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है। उज्जैन में यह पूजा मानसिक शांति, ग्रहदोष निवारण, रोग-शांति, कार्य सिद्धि तथा सौभाग्य प्राप्ति के लिए विशेष रूप से की जाती है।
महा रुद्राभिषेक (5-7 घंटे): महा रुद्राभिषेक अत्यंत महत्वपूर्ण पूजा प्रक्रिया है, जिसमें 121 रुद्र सूक्त का पाठ 11 पंडितों द्वारा किया जाता है। यह अभिषेक विधि 5 से 7 घंटे तक चलती है और इसमें विशेष अनुष्ठान, हवन, जाप और दशोपचार पूजन शामिल होते हैं। यह पूजा विशेषतः तब की जाती है जब जीवन में बड़े बदलावों की आवश्यकता हो – जैसे किसी गंभीर रोग से मुक्ति, संतान प्राप्ति की इच्छा, कालसर्प दोष, शनि की साढ़ेसाती, या अत्यंत महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता के लिए।
अति रुद्र (11 दिनों तक निरंतर): अति रुद्राभिषेक भगवान शिव की पूजा का सबसे उत्तम और दिव्य रूप है, जो अत्यंत दुर्लभ और विशेष अवसरों पर किया जाता है। इसमें 11 दिनों तक लगातार रुद्राभिषेक किया जाता है और कुल 14,641 रुद्र सूक्त मंत्रों का पाठ होता है। इस पूजा में 121 या अधिक वेदपाठी ब्राह्मण शामिल होते हैं और यह एक महायज्ञ के रूप में संपन्न होता है।
रुद्राभिषेक पूजा में मंत्र उच्चारण का विशेष महत्व होता है। भगवान शिव के रुद्राभिषेक के लिए मुख्य मंत्र निम्नलिखित है:
“ॐ नमः शिवाय”
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे” (महामृत्युंजय मंत्र)
रुद्राष्टाध्यायी का पाठ
रुद्राभिषेक पूजा किसी भी शुभ दिन पर की जा सकती है, लेकिन निम्नलिखित समय विशेष रूप से उपयुक्त हैं:
महाशिवरात्रि: भगवान शिव का सबसे शुभ दिन।
श्रावण मास: जुलाई-अगस्त में प्रत्येक सोमवार और प्रदोष तिथि।
प्रदोष, चतुर्दशी, पूर्णिमा, अमावस्या: ये तिथियाँ पूजा के लिए शुभ हैं।
सोमवार: भगवान शिव का दिन, विशेष रूप से शुभ।
विशिष्ट मुहूर्त: ज्योतिषी से परामर्श कर नक्षत्र और तिथि के आधार पर समय चुनें।
उज्जैन में रुद्राभिषेक पूजा का खर्च भिन्न हो सकता है क्योंकि यह पूजा और पंडित जी पर निर्धारित होता है। उज्जैन में पंडित अतुल अग्निहोत्री जी के अनुसार रुद्राभिषेक पूजा ₹2,100 से शुरू होती है। यह एक अनुमाननिक खर्च है। पूजा की सटीक लागत जानने के लिए पंडित जी से नीचे दिये नंबर पर संपर्क करें।
उज्जैन, जहाँ भगवान शिव स्वयं महाकाल के रूप में विराजमान हैं, वहाँ रुद्राभिषेक करवाना ऐसा माना जाता है जैसे स्वयं काल पर विजय प्राप्त करना। आप भी उज्जैन में रुद्राभिषेक पूजा सम्पन्न कराये और अपने जीवन को सुख-शांति की ओर ले जाएँ।
उज्जैन में किया गया रुद्राभिषेक सप्तपातकी दोष, कालसर्प दोष, और नवग्रह पीड़ा से राहत दिलाता है। इस भूमि पर शिव स्वयं काल के अधिपति हैं, और यहीं से भक्तों को उनके जीवन की नई दिशा मिलती है।
यहाँ की पूजा त्रिकाल संध्या की तरह फलदायक होती है।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग पर अभिषेक करने से जन्म-जन्म के दोष मिटते हैं।
तंत्र, मंत्र, और ज्योतिष – तीनों क्षेत्रों में उज्जैन एक सिद्ध भूमि है।
रुद्राभिषेक पूजा करते समय हमे निम्न बातो का ध्यान रखना चाहिए।
अब आप घर बैठे उज्जैन में रुद्राभिषेक की बुकिंग कर सकते हैं। जाने पंडित से संपर्क, मुहूर्त और पूजा स्थल की जानकारी एक ही जगह
कुंडली के अनुसार पंडित द्वारा पूजा की योजना
समस्त सामग्री और पंडित व्यवस्था
वीडियो कॉल द्वारा लाइव पूजा दर्शन (यदि आप नहीं आ सकते)
बुकिंग के लिए संपर्क करें: +91-9644451903
वेबसाइट: https://atulastrology.com/
उज्जैन मे रुद्राभिषेक पूजा करवाने के लिए आप पंडित अतुल अग्निहोत्री जी से संपर्क कर सकते है। पंडित जी को 8 वर्षो से अधिक समय से रुद्राभिषेक पूजा, कालसर्प दोष पूजा और अन्य दोषो को दूर करने के लिए की जानी वाली पूजाओ का अनुभव प्राप्त है। पूजा बुक करने के लिए नीचे दी हुयी बटन पर अभी क्लिक करके पंडित जी से संपर्क कर सकते है, और अपनी समस्याओ से मुक्ति पा सकते है।
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