रुद्राभिषेक पूजा के प्रकार

रुद्राभिषेक पूजा के प्रकार: जानिए भगवान शिव की पूजा की विशेष विधियाँ

वैदिक ज्योतिष में रुद्राभिषेक पूजा एक अत्यंत प्रभावशाली उपाय है। लेकिन कई लोग नहीं जानते कि रुद्राभिषेक के भी कई प्रकार होते हैं, और इसके हर प्रकार का अपना विशेष महत्व होता है। यह पूजा भगवान शिव के रुद्र स्वरूप की कृपा प्राप्त करने, जीवन की बाधाओं को दूर करने, स्वास्थ्य, समृद्धि और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करने के लिए की जाती है।

रुद्राभिषेक पूजा के अनेक प्रकार हैं, और प्रत्येक प्रकार जीवन की किसी विशेष स्थिति या समस्या के लिए अत्यंत प्रभावी होता है। उज्जैन में रुद्राभिषेक पूजा के प्रकार के आधार पर आज ही अपनी पूजा बुक करे। पंडित अतुल अग्निहोत्री जी निशुल्क कुंडली जांच करते है, आज ही अपनी कुंडली दिखाये और पूजा कराये।

रुद्राभिषेक पूजा के कितने प्रकार होते है? जाने पूजा से मिलने वाले लाभ?

रुद्राभिषेक पूजा को विभिन्न उद्देश्यों और परिस्थितियों के आधार पर कई प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है। नीचे इसके प्रमुख प्रकारों का वर्णन किया गया है:

1. लघु रुद्राभिषेक

रुद्राभिषेक पूजा उज्जैन

यह रुद्राभिषेक का सबसे सरल और छोटा रूप है, जो कम समय में किया जा सकता है। यह पूजा उन भक्तों के लिए उपयुक्त है जो समय की कमी के कारण विशाल रुद्राभिषेक पूजा नहीं कर सकते। इस पूजा में सामान्यतः 11, 21, या 108 बार रुद्र सूक्त या महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया जाता है।

विधि:

  • स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें और पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
  • शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, और घी से अभिषेक करें।
  • रुद्राक्ष माला से मंत्र जाप करें।
  • पूजा के अंत में बिल्वपत्र, फूल, और धूप अर्पित करें, फिर शिव आरती करें।
    लाभ: यह पूजा छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं, तनाव कम करने, और सकारात्मक ऊर्जा के लिए प्रभावी है।

2. महा रुद्राभिषेक

रुद्राभिषेक पूजा उज्जैन

यह रुद्राभिषेक का विस्तृत और शक्तिशाली रूप है, जिसमें अधिक मंत्र जाप और हवन शामिल होता है। यह पूजा गंभीर समस्याओं, जैसे असाध्य रोग, ग्रह दोष, या जीवन के संकटों के लिएअत्यधिक उपयोगी और प्रभावी मानी जाती है। इस पूजा के अंतर्गत 1,25,000 मंत्र जाप या 11 पंडितों द्वारा 11,000 मंत्र जाप कराया जाता है।

विधि:

  • योग्य पंडितों की देखरेख में शुभ मुहूर्त में पूजा शुरू करें।
  • शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, और चीनी) से अभिषेक करें।
  • रुद्र सूक्त और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
  • हवन में आम की लकड़ी, घी, और विशेष जड़ी-बूटियों का उपयोग करें।
  • पूजा के अंत में दान और भोजन का आयोजन करें।
    लाभ: यह पूजा गंभीर रोगों, ग्रह दोषों, और जीवन के कठिन संकटों से मुक्ति दिलाती है।

3. सामूहिक रुद्राभिषेक

रुद्राभिषेक पूजा उज्जैन

सामूहिक रुद्राभिषेक पूजा में कई भक्त या पंडित एक साथ मिलकर रुद्राभिषेक करते हैं। सामुदायिक कल्याण, प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा, और सामाजिक शांति के लिए यह पूजा विशेष रूप से फलदायी मनी जाती है। 1,25,000 मंत्र जाप या अधिक, सामूहिक रूप सेरुद्राभिषेक किया जाता है।

विधि:

  • मंदिर या पवित्र स्थान पर इस पूजा का आयोजन करें।
  • सभी प्रतिभागी एक साथ रुद्र सूक्त या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
  • सामूहिक अभिषेक के लिए जल, दूध, और बिल्वपत्र का उपयोग करें।
  • पूजा के अंत में शिव आरती और सामूहिक भोजन का आयोजन करें।
    लाभ: सामूहिक ऊर्जा के कारण यह पूजा अत्यंत शक्तिशाली होती है और सामुदायिक शांति लाती है।

4. एकादश रुद्राभिषेक

रुद्राभिषेक पूजा उज्जैन

इस पूजा में 11 पंडितों द्वारा रुद्राभिषेक किया जाता है, जो एक विशेष और शक्तिशाली अनुष्ठान है। ये रुद्राभिषेक पूजा विशेष कामनाओं, जैसे संतान प्राप्ति, विवाह, या व्यवसाय में सफलता के लिएकी जाती है। इस पूजा में प्रत्येक पंडित द्वारा 11,000 मंत्र जाप, कुल 1,21,000 मंत्र जाप किए जाते है।

विधि:

  • शुभ मुहूर्त में 11 पंडितों का समूह बनाएं।
  • शिवलिंग पर पंचामृत और बिल्वपत्र से अभिषेक करें।
  • रुद्र सूक्त और अन्य शिव मंत्रों का जाप करें।
  • हवन और दान के साथ पूजा सम्पन्न करें।
    लाभ: यह पूजा विशेष इच्छाओं की पूर्ति और जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए की जाती है।

5. लघु रुद्री पूजा

रुद्राभिषेक पूजा उज्जैन

यह रुद्राभिषेक का एक संक्षिप्त रूप है, जिसमें रुद्र सूक्त का जाप और अभिषेक शामिल होता है। नियमित पूजा के लिए, विशेष रूप से सोमवार या श्रावण मास में यह पूजा प्रभावी और लाभकारी मनी जाती है। रुद्राभिषेक की इस विधि में 11 या 108 बार रुद्र सूक्त का जाप किया जाता है।

विधि:

  • स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें और पूजा स्थल को शुद्ध करें।
  • शिवलिंग पर जल और दूध से अभिषेक करें।
  • रुद्राक्ष माला से रुद्र सूक्त का जाप करें।
  • बिल्वपत्र और फूल अर्पित करें, उसके बाद आरती करें।
    लाभ: यह पूजा मानसिक शांति, छोटी बाधाओं से मुक्ति, और सकारात्मकता के लिए प्रभावी है।

6. महामृत्युंजय रुद्राभिषेक

रुद्राभिषेक पूजा उज्जैन

इस विशाल और महारुद्राभिषेक पूजा में महामृत्युंजय मंत्र के साथ रुद्राभिषेक किया जाता है। जो गंभीर बीमारियों, मृत्यु के भय, या जीवन के संकटों से मुक्ति के लिए। यह जाप विशेष रूप से मृत्यु के भय को कम करने के लिए कराया जाता है। जिसके अंतर्गत 1,25,000 महामृत्युंजय मंत्र जाप किए जाते है।

विधि:

  • पंडित की देखरेख में शुभ मुहूर्त में पूजा शुरू करें।
  • शिवलिंग पर पंचामृत और गंगाजल से अभिषेक करें।
  • रुद्राक्ष माला से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
  • हवन में प्रत्येक मंत्र के साथ “स्वाहा” कहकर आहुति दें।
    लाभ: यह पूजा मृत्यु के भय को दूर करती है और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है।

उज्जैन में रुद्राभिषेक पूजा क्यों है विशेष?

उज्जैन, भगवान महाकाल की नगरी, रुद्राभिषेक के लिए सबसे शुभ स्थान माना गया है। यहां शिवलिंग पर प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु रुद्राभिषेक कराते हैं। अपनी मनोकामना की पूर्ति और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए भी उज्जैन में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है।

  • महाकाल मंदिर के समीप वैदिक विधि से पूजा की जाती है।
  • अनुभवी पंडितों द्वारा संपूर्ण अनुष्ठान विधिवत रूप से सम्पन्न कराया जाता है।
  • ऑनलाइन बुकिंग, लाइव फोटो/वीडियो की सुविधा उपलब्ध है।
  • प्रमाणपत्र और व्यक्तिगत पूजन योजना उपलब्ध है।

उज्जैन में रुद्राभिषेक पूजा बुकिंग कैसे करें?

यदि आप भी भगवान शिव की कृपा पाकर जीवन में स्थिरता, सफलता और सुख चाहते हैं, तो अपने समय और परिस्थिति के अनुसार उज्जैन में रुद्राभिषेक पूजा अवश्य कराएं। अपने नाम और गोत्र से रुद्राभिषेक कराने के लिए अभी संपर्क करें

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