नवग्रह दोष शांति पूजा उज्जैन

नवग्रह दोष शांति पूजा क्या है? जाने लाभ, विधि और उपाय

नवग्रह दोष शांति पूजा, जो कुंडली में नौ ग्रहों—सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहु, और केतु—के दुष्प्रभावों को शांत करने के लिए किया जाता है। नवग्रह दोष शांति पूजा उज्जैन में एक शक्तिशाली वैदिक अनुष्ठान है, जो नौ ग्रहों के दुष्प्रभावों को संतुलित कर स्वास्थ्य, धन, और सुख प्रदान करता है।

नवग्रह दोष क्या है?

नवग्रह दोष वैदिक ज्योतिष में एक गंभीर ग्रह योग है, जो कुंडली में नौ ग्रहों (सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु) के अशुभ स्थिति के कारण उत्पन्न होता है। जब ये ग्रह अशुभ भावों में स्थित हों, एक-दूसरे को पीड़ित करें या दशा/गोचर में अनुकूल न हों, तब व्यक्ति के जीवन में समस्याएं उत्पन्न होती हैं। इसे ही नवग्रह दोष कहा जाता है। यह दोष विवाह में विलंब, स्वास्थ्य समस्याएं, आर्थिक संकट, करियर में रुकावट, मानसिक तनाव और पारिवारिक कलह जैसे नकारात्मक परिणाम उत्पन्न करता है।

नवग्रह दोष के प्रभाव

नवग्रह दोष का प्रभाव व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति और उनकी दशा पर निर्भर करता है। यह दोष जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है। उदाहरण के लिए, सूर्य का अशुभ प्रभाव स्वास्थ्य समस्याएँ, आत्मविश्वास की कमी, या पिता के साथ तनाव का कारण बन सकता है।

चंद्र दोष मानसिक अशांति, भावनात्मक अस्थिरता, या माता के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। मंगल दोष विवाह में देरी, वैवाहिक कलह, या चोटों का जोखिम लाता है। शनि दोष कठिन परिश्रम के बावजूद असफलता, कर्ज, या दीर्घकालिक समस्याएँ पैदा करता है।

राहु और केतु भ्रम, गलत निर्णय, और आध्यात्मिक समस्याएँ उत्पन्न करते हैं। इन प्रभावों के कारण व्यक्ति को करियर में रुकावटें, वित्तीय संकट, स्वास्थ्य समस्याएँ, या पारिवारिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है

उज्जैन में नवग्रह दोष शांति पूजा कैसे करें?

उज्जैन नवग्रह दोष शांति पूजा के लिए एक आदर्श स्थान है, क्योंकि यहाँ की आध्यात्मिक ऊर्जा और वैदिक परंपराएँ अनुष्ठानों को अत्यंत प्रभावी बनाती हैं। उज्जैन का नवग्रह मंदिर नौ ग्रहों को समर्पित है, और यहाँ की पूजा ग्रहों के दुष्प्रभावों को कम करने में विशेष रूप से प्रभावी मानी जाती है।

उज्जैन के पंडित वैदिक मंत्रों और अनुष्ठानों में निपुण हैं, जो पूजा को विधि-विधान से संपन्न करते हैं। उज्जैन की पवित्र भूमि नवग्रह दोष शांति पूजा के लिए एक अनूठा और शक्तिशाली स्थान है।

नवग्रह दोष शांति पूजा-विधि

उज्जैन मे नवग्रह दोष शांति पूजा सम्पन्न करने के लिए निम्नलिखित विधि का पालन करना होता है:

  1. संकल्प और शुद्धि: शिप्रा नदी में स्नान कर आत्मशुद्धि की जाती है।
  2. मण्डल स्थापना: नौ कोष्ठक बनाकर प्रत्येक ग्रह की दिशा में उनके प्रतीक (जैसे सूर्य के लिए लाल रंग, चंद्र के लिए श्वेत) रखे जाते हैं।
  3. मंत्र जाप: प्रत्येक ग्रह के विशिष्ट मंत्रों का उच्चारण किया जाता है (जैसे सूर्य मंत्र: ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः)।
  4. हवन: घी, लाल तिल, और गुड़ से आहुति देकर नवग्रहों को प्रसन्न किया जाता है।
  5. दान: पीले वस्त्र, गुड़, और अनाज का दान किया जाता है।
  6. आरती और प्रसाद: मंदिर में समापन और भक्तों में प्रसाद वितरण।

नवग्रह दोष शांति पूजा के लाभ

नवग्रह दोष शांति पूजा जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाती है। यह पूजा सभी नौ ग्रहों के दुष्प्रभावों को संतुलित करती है, जिससे स्वास्थ्य में सुधार, आर्थिक स्थिरता, और करियर में उन्नति प्राप्त होती है।

शिक्षा और ज्ञान के क्षेत्र में यह एकाग्रता और सफलता को बढ़ावा देती है। मानसिक शांति, आत्मविश्वास, और आध्यात्मिक प्रगति इसके अन्य प्रमुख लाभ हैं।

 उज्जैन में नवग्रह शांति पूजा में कितना खर्च आता है?

उज्जैन में नवग्रह पूजा का खर्च ₹2,100 से ₹5,000 तक होता है, जो दोष की जटिलता और पंडितों की संख्या पर निर्भर करता है। पूजा खर्च की सटीक व अधिक जानकारी के लिए उज्जैन के योग्य पंडित अतुल अग्निहोत्री जी से कुंडली की जांच कराएं।

नवग्रह शांति पूजा का शुभ मुहूर्त(2025)

उज्जैन में नवग्रह शांति पूजा विशेष रूप से गुरुवार, नाग पंचमी, वसंत पंचमी या श्रावण मास में सम्पन्न करायी जाती है। इन दिनों में पूजा कराने से दोष जल्दी शांत होता है।

उज्जैन में नवग्रह दोष शांति पूजा कैसे बुक करें?

उज्जैन में नवग्रह दोष शांति पूजा बुक करने के लिए सबसे पहले उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करके संपर्क करें और कुंडली की जांच कराये। पंडित जी को दोष निवारण पूजाओ का 8 वर्षो से अधिक अनुभव प्राप्त है। तो आज ही अपनी पूजा बुक करें।

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