कालसर्प दोष निवारण मंत्र: कौन से मंत्र से होता है दोष शांत
कालसर्प दोष निवारण मंत्र जाप एक शक्तिशाली और प्राचीन उपाय है, जो कालसर्प दोष के प्रभाव को कम करता है और सुख-समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करता है। महामृत्युंजय मंत्र, नाग गायत्री मंत्र, शिव पंचाक्षरी मंत्र, राहु मंत्र, केतु मंत्र, और हनुमान चालीसा जैसे मंत्रों का जाप, विशेष रूप से उज्जैन जैसे पवित्र स्थान पर, दोष के प्रभाव को तेजी से कम करता है। सही विधि, समय, और श्रद्धा के साथ इन मंत्रों का जाप जीवन को नई दिशा दें सकता है।
क्या कालसर्प दोष निवारण मंत्र जाप से दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है?

कालसर्प दोष निवारण मंत्र जाप से कालसर्प दोष के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यह उपाय न केवल शास्त्रों में वर्णित है बल्कि अनुभवी पंडितों और ज्योतिषाचार्यों द्वारा भी इसे प्रभावी माना गया है। उज्जैन में कालसर्प दोष पूजा इस दोष का सबसे प्रभावी उपाय माना जाता है। निम्नलिखित मंत्र दोष निवारण के लिए उत्तम मानी जाती है:
कालसर्प दोष नाशक महामंत्र
ॐ नमः अस्तु सर्पेभ्यः ये के च पृथ्वीमनु।
ये अन्तरिक्षे ये दिवि तेभ्यः सर्पेभ्यो नमः॥
- यह वेदों से लिया गया मंत्र है जो सभी प्रकार के सर्प दोषों को शांत करता है।
- इसका जाप विशेष रूप से कालसर्प योग वाले व्यक्तियों को नागपंचमी, श्रावण मास और सोमवती अमावस्या को करना चाहिए।
सर्प (नाग) गायत्री मंत्र – नागदेवता की शांति हेतु
ॐ फणि वल्लभाय विद्महे, विषधराय धीमहि, तन्नो नागः प्रचोदयात्।
- यह मंत्र नागदेवता को प्रसन्न करने का बहुत ही प्रभावी उपाय है।
- कालसर्प दोष में नाग देवता नाराज होते हैं, इसलिए यह मंत्र उन्हें शांति देने के लिए आवश्यक है।
- रोज़ 11 या 21 बार इस मंत्र का जाप करें, विशेषकर नागपंचमी और श्रावण मास में।
महामृत्युंजय मंत्र – संपूर्ण रक्षा कवच
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
- यह मंत्र शिवजी का अत्यंत शक्तिशाली बीज मंत्र है।
- इसे 108 या 1008 बार प्रतिदिन जाप करें विशेष रूप से सोमवार के दिन।
- कालसर्प दोष के कारण जो मानसिक और शारीरिक कष्ट होते हैं, यह मंत्र उन्हें शांत करता है।
राहु बीज मंत्र – राहु के दुष्प्रभाव को शांत करें
ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः॥
- राहु का बीज मंत्र विशेष रूप से कालसर्प दोष में लाभकारी होता है।
- यह मंत्र राहु के नकारात्मक प्रभाव को कम करता है।
- इसे शनिवार, रविवार या चंद्रग्रहण के दिन से शुरू करके 108 बार रोज़ जाप करें।
केतु बीज मंत्र – केतु की अनुकंपा प्राप्त करें
ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं सः केतवे नमः॥
- केतु का प्रभाव रहस्यमय और अवरोधक होता है।
- यह बीज मंत्र केतु की कृपा पाने के लिए जरूरी है।
- राहु के साथ केतु मंत्र का जाप कालसर्प दोष की जड़ तक पहुँचता है।
कालसर्प दोष निवारण का सबसे शक्तिशाली और प्रभावी उपाय क्या है?
कालसर्प दोष पूजा भगवान शिव और नाग देवता की कृपा प्राप्त करने का एक शक्तिशाली तरीका है, जो इस दोष के प्रभाव को कम करता है। उज्जैन की पवित्रता और आध्यात्मिक ऊर्जा इस पूजा को और प्रभावी बनाती है। महाकालेश्वर मंदिर और क्षिप्रा नदी की पवित्रता इस अनुष्ठान को और शक्तिशाली बनाती है।
मंत्र जाप का सही तरीका क्या है? जानिए कैसे करें मंत्र जाप
- साफ-सुथरे कपड़े पहनें
- तांबे के लोटे से शिवलिंग पर जल चढ़ाएं
- रुद्राक्ष की माला से जाप करें
- एक ही समय पर प्रतिदिन जाप करें
- मौन और एकाग्रता बनाए रखें।
कालसर्प दोष निवारण मंत्रों का उज्जैन में क्या महत्व है?
उज्जैन, जो महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और क्षिप्रा नदी का पवित्र स्थल है, कालसर्प दोष निवारण मंत्र जाप के लिए विशेष रूप से शक्तिशाली माना जाता है। यहाँ के प्रमुख स्थान, जैसे:
- महाकालेश्वर मंदिर: भगवान शिव की कृपा के लिए आदर्श।
- रामघाट (क्षिप्रा नदी): स्नान और मंत्र जाप के लिए पवित्र।
- काल भैरव मंदिर: राहु और केतु की शांति के लिए।
- मंगलनाथ मंदिर: ग्रह दोष निवारण के लिए।
कालसर्प दोष निवारण मंत्र जाप के लाभ क्या है?
- दोष निवारण: राहु और केतु की नकारात्मक ऊर्जा कम होती है।
- आर्थिक समृद्धि: धन हानि और कर्ज से मुक्ति।
- स्वास्थ्य सुधार: मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार।
- पारिवारिक सुख: रिश्तों में सामंजस्य और विवाह में देरी का समाधान।
- आध्यात्मिक शांति: मन की शांति और भगवान शिव से गहरा संबंध।
उज्जैन में कालसर्प दोष पूजा और मंत्र जाप बुकिंग कैसे करें?
उज्जैन कालसर्प दोष की पूजा और मंत्र जाप के लिए सबसे श्रेष्ठ स्थान माना गया है। यहां पर पंडित अतुल अग्निहोत्री जी जैसे अनुभवी पंडित द्वारा विशेष कालसर्प दोष निवारण पूजा और मंत्र जाप सफलता पूर्वक सम्पन्न कराये जाते है। आज ही अपनी पूजा बुक करने के लिए नीचे दिये गए नंबर पर संपर्क करें।