उज्जैन में मंगल दोष भात पूजा में कितना खर्च आता है?
क्या आपकी कुंडली में मंगल दोष के कारण वैवाहिक जीवन में देरी, करियर में रुकावटें, या स्वास्थ्य समस्याएं आ रही हैं? अगर हां, तो उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में मंगल भात पूजा आपके लिए एक शक्तिशाली और प्रभावी समाधान हो सकता है। लेकिन सवाल यह है कि इस पूजा का खर्च कितना है और इसे कैसे कराया जाए?
मंगल भात पूजा क्या है? जाने इसका महत्व
ज्योतिष शास्त्रों में मंगल भात पूजा एक वैदिक अनुष्ठान है, जो मंगलनाथ मंदिर उज्जैन, में मंगल दोष (मांगलिक दोष) के निवारण के लिए किया जाता है। मंगल दोष तब बनता है जब मंगल ग्रह कुंडली के 1, 4, 7, 8, या 12वें भाव में होता है। यह दोष जीवन में कई तरह की समस्याएं ला सकता है, जैसे:
- विवाह में देरी या वैवाहिक जीवन में तनाव।
- करियर और व्यवसाय में बार-बार असफलता।
- स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे क्रोध, तनाव, या शारीरिक परेशानियां।
मंगल भात पूजा में चावल (भात) से भगवान मंगलनाथ (शिवलिंग रूप में) की पूजा की जाती है, जो मंगल ग्रह की उग्रता को शांत करती है। मंगल भात पूजा उज्जैन में विशेष रूप से प्रभावी मानी जाती है क्योंकि मंगलनाथ मंदिर को मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना जाता है। अभी पूजा बुक करें और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएं!
उज्जैन में मंगल भात पूजा का खर्च
मंगल भात पूजा उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में मंगल दोष निवारण का सबसे प्रभावी उपाय है। इस पूजा का खर्च ₹2,100 से शुरू होकर ₹7,500+ तक हो सकता है, जो पूजा के प्रकार और जटिलता पर निर्भर करता है। उज्जैन में यह पूजा कराने पर, मंगलनाथ मंदिर की आध्यात्मिक शक्ति और शिप्रा नदी की पवित्रता आपके जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि ला सकती है।
1. सामान्य मंगल भात पूजा
- खर्च: ₹2,100 से ₹3,100
- इसमें गणेश-गौरी पूजन, नवग्रह पूजन, कलश पूजन, और भात से मंगलनाथ शिवलिंग का पूजन शामिल है। यह पूजा सामान्य मंगल दोष के निवारण के लिए उपयुक्त है।
- समय: 2 से 3 घंटे
- कब करवाएं: सप्ताह के किसी भी दिन, विशेष रूप से मंगलवार को अधिक शुभ माना जाता है।
2. विशेष मंगल भात पूजा
- खर्च: ₹3,100 से ₹5,100
- इसमें सामान्य पूजा के साथ हवन, मंगल मंत्र जाप, और पंचामृत अभिषेक शामिल है। यह पूजा गंभीर मंगल दोष या उच्च मंगल दोष के लिए की जाती है।
- समय: 3 से 4 घंटे
- लाभ: वैवाहिक जीवन में स्थिरता और करियर में सफलता।
3. विशेष अनुष्ठान पूजा
- खर्च: ₹5,100 से ₹7,000+
- यह पूजा गंभीर मंगल दोष, जैसे गोलिया मंगल या चुनड़ी मंगल, के निवारण के लिए की जाती है। इसमें महामृत्युंजय जाप, रुद्राभिषेक, और विशेष दान शामिल होते हैं।
- समय: 4 से 6 घंटे
- लाभ: संतान प्राप्ति, स्वास्थ्य सुधार, और पारिवारिक सुख।
अतिरिक्त खर्च
- पूजा सामग्री: सामान्य पूजा में सभी सामग्री (लाल वस्त्र, चावल, तांबे का सिक्का, लाल चंदन) पंडित द्वारा प्रदान की जाती है। विशेष पूजा के लिए अतिरिक्त सामग्री का खर्च हो सकता है।
- दान और दक्षिणा: पूजा के बाद दान (लाल मसूर दाल, तांबे का बर्तन) और पंडित दक्षिणा देना शुभ माना जाता है।
- यात्रा और ठहरने का खर्च: उज्जैन पहुंचने और ठहरने का खर्च अलग से होगा, जो आपके बजट पर निर्भर करता है।
उपरोक्त दिया गया पूजा खर्च एक अनुमानित खर्च है पूजा खर्च की सटीक जानकारी के लिए अनुभवी पंडित से संपर्क करें। पंडित अतुल अग्निहोत्री उज्जैन में विशेष पूजा-अनुष्ठान सम्पन्न करते है।
मंगल भात पूजा की प्रक्रिया: क्या-क्या शामिल है?
उज्जैन में करायी जाने वाली मंगल भात पूजा एक वैदिक विधि से की जाती है, जिसमें निम्नलिखित विधि शामिल हैं:
- शिप्रा स्नान: पूजा से पहले शिप्रा नदी में स्नान कर नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जाता है।
- संकल्प: पंडित आपके नाम, गोत्र, और दोष निवारण के लिए संकल्प लेते हैं।
- गणेश-गौरी पूजन: पूजा की शुरुआत गणेश और गौरी की पूजा से होती है।
- नवग्रह और कलश पूजन: सभी ग्रहों की शांति और पूजा की शुद्धता के लिए।
- मंगलनाथ शिवलिंग पूजन: चावल (भात) से शिवलिंग का श्रृंगार और पंचामृत अभिषेक।
- मंगल मंत्र जाप: मंगल ग्रह को प्रसन्न करने के लिए विशेष मंत्रों का जाप।
- हवन और दान: पूजा के अंत में हवन और लाल वस्त्र, तांबे का सिक्का, और मसूर दाल का दान।
उज्जैन में मंगल भात पूजा कहाँ होती है? कौन-सा मंदिर है सर्वश्रेष्ठ
उज्जैन का मंगलनाथ मंदिर जिसे मंगल ग्रह का जन्मस्थान कहा जाता है, मंगल भात पूजा के लिए विश्व प्रसिद्ध है। मंगलनाथ मंदिर की कुछ विशेषताएं इसे ओर अधिक प्रभावी बनाती हैं:
- मंगल ग्रह का जन्मस्थान: मत्स्य पुराण के अनुसार, मंगलनाथ मंदिर वह स्थान है जहां मंगल ग्रह का जन्म हुआ।
- कर्क रेखा का प्रभाव: मंदिर कर्क रेखा पर स्थित है, जहां मंगल ग्रह की किरणें सीधे धरती पर पड़ती हैं, जिससे पूजा का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
- शिप्रा नदी की पवित्रता: शिप्रा नदी के तट पर स्नान और पूजा से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- वैदिक पंडितों की विशेषज्ञता: मंगलनाथ मंदिर में अनुभवी पंडित वैदिक विधियों और मंत्रों के साथ पूजा संपन्न करते हैं।
मंगल दोष मिटेगा, वैवाहिक जीवन बनेगा शुभ
मांगलिक दोष के कारण विवाह में हो रही देरी को नजरअंदाज न करें। उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में की गई मंगल भात पूजा एक ऐसा समाधान है जो आपके जीवन में सुख, स्थिरता और शुभता का प्रतीक है।
उज्जैन में मंगल भात पूजा कब कराएं? जाने शुभ मुहूर्त
मंगलवार को पूजा विशेष शुभ मानी जाती है, माघ, श्रावण और मार्गशीर्ष मास में श्रेष्ठ फल मिलते हैं, विवाह से पहले, सगाई से पूर्व या मांगलिक योग बनते ही पूजा कराना उचित रहता है।
मंगल भात पूजा के लाभ
- वैवाहिक सुख: विवाह में देरी और वैवाहिक जीवन की समस्याओं का समाधान।
- करियर में उन्नति: नौकरी और व्यवसाय में स्थिरता और प्रगति।
- स्वास्थ्य लाभ: क्रोध, तनाव, और शारीरिक समस्याओं से राहत।
- पारिवारिक शांति: परिवार में सुख और समृद्धि।
उज्जैन में मंगल भात पूजा कैसे बुक करें?
उज्जैन में मंगल भात पूजा बुकिंग के लिए अभी संपर्क करें, अपनी मंगल भात पूजा बुक करें, और मंगल ग्रह की कृपा से अपने जीवन को सकारात्मक बनाएं। अनुभवी पंडित अतुल अग्निहोत्री जी आपकी पूजा को पूर्ण विधि-विधान के साथ सम्पन्न कराएंगे।