मंगल दोष पूजा कब करनी चाहिए: उज्जैन में जाने शुभ मुहूर्त(2025)
मंगल दोष पूजा एक शक्तिशाली वैदिक अनुष्ठान है, जो कुंडली में मंगल दोष (Mangal Dosha) के दुष्प्रभाव को शांत करने के लिए किया जाता है। यह दोष विवाह में देरी, वैवाहिक जीवन में तनाव, स्वास्थ्य समस्याओं, और आर्थिक अस्थिरता का कारण बन सकता है।
उज्जैन, जो मंगल ग्रह की जन्मभूमि और मंगलनाथ मंदिर का पवित्र स्थल है, इस पूजा के लिए सबसे शुभ स्थान माना जाता है। लेकिन सवाल यह है: मंगल दोष पूजा कब करनी चाहिए?
मंगल दोष क्या है?

मंगल दोष तब बनता है जब कुंडली में मंगल ग्रह 1, 2, 4, 7, 8, या 12वें भाव में स्थित हो। इसे मांगलिक दोष या कुजा दोष भी कहा जाता है। मंगल दोष के प्रमुख प्रभाव निम्नलिखित हैं:
- विवाह में देरी: उपयुक्त जीवनसाथी न मिलना या रिश्तों का बार-बार टूटना।
- वैवाहिक समस्याएँ: पति-पत्नी के बीच झगड़े, तलाक, या अलगाव।
- स्वास्थ्य समस्याएँ: रक्त, चोट, या तनाव से संबंधित रोग।
- आर्थिक कठिनाइयाँ: कर्ज, संपत्ति विवाद, या करियर में रुकावट।
- मानसिक तनाव: क्रोध, चिड़चिड़ापन, या आत्मविश्वास की कमी।
मंगल दोष पूजा कब करनी चाहिए?
यह सवाल उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है जिनकी कुंडली में मंगल दोष पाया जाता है। ज्योतिष के अनुसार मंगल दोष तब बनता है जब मंगल ग्रह जन्म कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होता है। ऐसे में मंगल दोष की पूजा करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है, लेकिन यह पूजा उचित समय पर करना भी उतना ही आवश्यक होता है।
उज्जैन में मंगल दोष पूजा का समय (मुहूर्त) कुंडली, ग्रहों की स्थिति, और वैदिक पंचांग पर निर्भर करता है। हालाँकि यह पूजा वर्ष भर की जा सकती है, कुछ विशेष तिथियाँ और समय अधिक शुभ माने जाते हैं। यहाँ 2025 के लिए मंगल दोष पूजा के शुभ मुहूर्त दिए गए हैं:
1. मंगलवार को करें पूजा
मंगल दोष पूजा के लिए सबसे उपयुक्त दिन मंगलवार होता है, क्योंकि यह दिन मंगल ग्रह को समर्पित है। इसके अलावा, जब मंगल अपने नक्षत्र में हो या ग्रह की शांति के लिए अनुकूल मुहूर्त हो, तब पूजा करना विशेष रूप से शुभ फलदायी होता है। मंगलवार मंगल ग्रह और हनुमान जी का दिन है। यह दिन मंगल दोष पूजा के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
2. मंगल नक्षत्र या भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा नक्षत्र में
ज्योतिष के अनुसार जब मंगल ग्रह संबंधित नक्षत्रों में हो (विशेषकर मंगल नक्षत्र) तब मंगल दोष पूजा करने से लाभ कई गुना बढ़ जाता है। दोष के प्रभाव को समाप्त करने के लिए ऐसे विशेष और शुभ अवसरो पर पूजा अवश्य कराएं।
3. चंद्रमा की शुभ स्थिति में करें पूजा
जब चंद्रमा उच्च स्थिति में हो या शुभ भाव में हो, तब मानसिक स्थिति स्थिर होती है, और पूजा का प्रभाव भी अधिक सकारात्मक होता है। इस समय पूजा कराने से पूजा का विशेष फल प्राप्त होता है और दोष भी शांत हो जाता है।
4. विशेष अवसरों पर
- विवाह से पहले: यदि वर या वधू में से किसी एक की कुंडली में मंगल दोष है, तो विवाह से पहले यह पूजा अवश्य करवा लेनी चाहिए।
- संबंधों में तनाव: यदि दांपत्य जीवन में लगातार समस्याएं आ रही हों तो भी यह पूजा की जाती है।
मंगल दोष पूजा क्यों समय पर करनी चाहिए?
- ग्रहों की स्थिति: मंगल ग्रह की शक्ति विशेष दिनों और नक्षत्रों में बढ़ जाती है, जिससे पूजा का प्रभाव अधिक होता है।
- कर्मकांड का महत्व: वैदिक नियमों के अनुसार, शुभ मुहूर्त में की गई पूजा दोष को 70% तक कम कर देती है।
- ऊर्जा संरेखण: मंगलवार और चन्द्रमा के शुभ चरण (शुक्ल पक्ष) में पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
मंगल दोष पूजा की विधि (Step-by-Step Guide)
- स्नान और व्रत: पूजा से पहले सूर्योदय में स्नान करके लाल या पीले वस्त्र पहनें।
- कुंडली विश्लेषण: ज्योतिषी से अपनी कुंडली की जाँच कराएं और दोष प्रकार (अनुसार भाव) जानें।
- पूजा सामग्री: गुड़, लाल चंदन, मसूर दाल, लाल फूल, और तांबे के बर्तन तैयार करें।
- मंत्र जाप: “ॐ अं अंगारकाय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- हवन: मंगल यंत्र की स्थापना करके घी, लाल तिल, और गुड़ से हवन करें।
- दान: लाल कपड़े में गुड़ और मसूर दाल बांधकर किसी जरूरतमंद को दान दें।
मंगल दोष पूजा का सर्वोत्तम स्थान – उज्जैन
उज्जैन स्थित मंगलनाथ मंदिर को मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना गया है। यहां मंगल दोष पूजा कराने से विशेष फल प्राप्त होता है। अनुभवी पंडित वेदिक विधि से पूजन, हवन और अभिषेक कराते हैं।
मंगल दोष पूजा खर्च में कितना खर्च आता है?
पूजा का खर्च ₹2,100 से ₹7,500 तक होता है, जो पूजा की विधि और सामग्री पर निर्भर करता है। आप ऑनलाइन या सीधे पंडित से संपर्क करके उज्जैन में पूजा बुक कर सकते हैं।
उज्जैन में मंगल दोष पूजा कैसे बुक करें?
यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष है और आप विवाह में विलंब, वैवाहिक जीवन की समस्याएं या क्रोध की प्रवृत्ति का सामना कर रहे हैं, तो मंगल दोष पूजा अवश्य करवानी चाहिए। सही समय पर, शुभ मुहूर्त में और पवित्र स्थान जैसे उज्जैन में कराई गई यह पूजा आपके जीवन में सुख, शांति और संतुलन ला सकती है।
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