उच्च मंगल दोष क्या है?

उच्च मंगल दोष क्या है? जानिए इसका ज्योतिषीय प्रभाव और उपाय

मंगल दोष के बारे में तो सुना ही होगा, लेकिन जब कुंडली में मंगल उच्च राशि में बैठकर अशुभ भावों को प्रभावित करता है, तब वह बनाता है “उच्च मंगल दोष” एक ऐसा दोष जो व्यक्ति के विवाह, पारिवारिक जीवन और मानसिक शांति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।

उच्च मंगल दोष भले ही गंभीर हो, लेकिन इसका समाधान भी है, उज्जैन जैसे पवित्र स्थल पर इस दोष की निवारण पूजा कराएं और दोष से छुटकारा पाएँ।
अगर आपने कई उपाय करके देखे हैं, लेकिन समाधान नहीं मिला – तो अब समय है उज्जैन में सही मुहूर्त और सही विधि से पूजा कराने का।

कैसे बनता है कुंडली में उच्च मंगल दोष?

  • जब जन्म कुंडली में मंगल 10वें, 8वें, 7वें, 4वें या 1वें भाव में स्थित हो तो उच्च मंगल दोष देखने को मिलता है।
  • जब विशेष रूप से मंगल मेष, मकर, वृश्चिक या सिंह राशियों में उच्च स्थिति में हो।
  • साथ ही जब मंगल शुक्र, चंद्रमा या राहु-केतु से पीड़ित हो।

उच्च मंगल दोष के लक्षण? कैसे जानें कि आप मंगल दोष से पीड़ित हैं?

  • वैवाहिक जीवन में लगातार विफलता या देरी
  • शादी के बाद रिश्तों में खटास, झगड़े या तलाक तक बात पहुँच जाना
  • गुस्सा, चिड़चिड़ापन और मानसिक अशांति का बने रहना
  • दुर्घटनाएँ, रक्त विकार या शारीरिक चोटें
  • व्यापार या नौकरी में लगातार संघर्ष और अस्थिरता बनी रहना।

अगर आपकी कुंडली में उपरोक्त लक्षण हैं, तो आपको उज्जैन में उच्च मंगल दोष पूजा करना चाहिए। पूजा करने से पहले किसी अनुभवी पंडित की सलाह लेना आवश्यक है। तो आज ही अपनी कुंडली की जांच बिलकुल मुफ्त में कराएं। जी हाँ उज्जैन के अनुभवी पंडित अतुल अग्निहोत्री जी आपकी कुंडली की जांच बिलकुल फ्री में करके बताएँगे की आपको मंगल दोष है या नहीं।

उच्च मंगल दोष के उपाय क्या है? क्या दोष निवारण पूजा से इसे हटाया जा सकता है?

उज्जैन – उच्च मंगल दोष निवारण पूजा का सिद्ध और पवित्र स्थल

उज्जैन को प्राचीन काल से ग्रह दोष निवारण के लिए अत्यंत शुभ और शक्तिशाली स्थल माना गया है।
यहाँ स्थित मंगलनाथ मंदिर को तो मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना गया है। इसीलिए यहाँ की गई पूजा से दोष पूरी तरह से समाप्त हो जाता है।

क्यों खास है उज्जैन में मंगल पूजा?

  • यहां की पूजा विधियाँ वेदों और पुराणों पर आधारित हैं
  • अनुभवी ब्राह्मण विशेष तांत्रिक विधि से पूजा कराते हैं
  • शिव और मंगल दोनों की कृपा एकसाथ प्राप्त होती है

उज्जैन में कहाँ होती है उच्च मंगल दोष पूजा?

मंगलनाथ मंदिर, उज्जैन

उज्जैन स्थित मंगलनाथ मंदिर शास्त्रों में वर्णित है, उज्जैन में मंगल पूजा कराना जीवन के सभी मंगलिक दोषों को समाप्त करती है। मंगलनाथ मंदिर में मंगल देव की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ करायी जाती है। मंगलनाथ मंदिर में की गई पूजा ही मंगल दोष के नाकारात्मक प्रभाव को कम कर मंगल गृह को शांत करती है।

अन्य स्थान – कुछ योग्य पंडित रामघाट और महाकालेश्वर के निकट विशेष यज्ञस्थलों पर भी पूजा कराते हैं।

पूजा कब करानी चाहिए? जानिए शुभ समय

उच्च मंगल दोष की पूजा सामान्य तौर पर निम्नलिखित अवसरों पर कराई जाती है:

  • मंगलवार के दिन
  • माघ, श्रावण, या मार्गशीर्ष माह में
  • गुरु पुष्य योग, अमावस्या, पूर्णिमा जैसे विशेष योगों में
  • विवाह से पहले या किसी ग्रह शांति के लिए विशेष मुहूर्त में

उज्जैन में उच्च मंगल दोष पूजा कैसे होती है? पूरी विधि जानें

  1. सबसे पहले कुंडली मिलान और दोष की पुष्टि की जाती है।
  2. मंगल ग्रह का जाप और बीज मंत्र उच्चारण
  3. विशेष यज्ञ और मंगल ग्रह की होमाहुति
  4. शिव और मंगलनाथ की पूजा
  5. अंत में, दोष निवारण का संकल्प और आशीर्वाद।

उच्च मंगल दोष पूजा में कितना खर्च आता है? जाने उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर का पूजा खर्च

उज्जैन में पूजा करने से मंगल दोष से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकता है और जीवन में आ रही समस्त परेशानियों का समाधान किया जा सकता है। तो आज ही उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में मंगल दोष पूजा बुक करें। मंगलनाथ मंदिर में पूजा कराने पर उच्च मंगल दोष का पूजा खर्च पंडित जी पर निर्भर करता है, यहाँ लगभग ₹2,100 या इससे अधिक पूजा खर्च हो सकता है। सटीक जानकारी के लिए अभी पंडित जी को नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करे।

क्या आप उच्च मंगल दोष से पीड़ित हैं? अभी बुक करें उज्जैन में मंगल पूजा

अनुभवी पंडितों द्वारा संपूर्ण विधि, पूजा सामग्री और स्थल की संपूर्ण व्यवस्था के साथ पूजा सम्पन्न करायी जाती है। उज्जैन में ऑनलाइन पूजा बुकिंग की सुविधा भी उपलब्ध है, यदि आप किसी कारणवश उज्जैन नहीं जा सकते तो ऑनलाइन पूजा के माध्यम से घर बैठे अपनी समस्याओं और उच्च मंगल दोष से छुटकारा प्राप्त कर सकते है।

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