मंगल भात पूजन उज्जैन

उज्जैन में मंगल भात पूजा: मंगलनाथ मंदिर में कराये पूजा

मंगलनाथ मंदिर को मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना जाता है, जहाँ से कर्क रेखा गुजरती है और मंगल की सीधी किरणें धरती पर पड़ती हैं। यह स्थान ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, और यहाँ पर की गई पूजा विशेष फलदायी मानी जाती है। मंगल भात पूजा में चावल (भात) का विशेष महत्व होता है, जो शुद्धता और समर्पण का प्रतीक है।

मंगल भात पूजा क्या है?

उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में संपन्न होने वाली मंगल भात पूजा एक विशेष वैदिक अनुष्ठान है, जो कुंडली में उपस्थित मंगल दोष के निवारण हेतु सम्पन्न किया जाता है। यह पूजा विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए लाभकारी मानी जाती है, जिनके वैवाहिक जीवन में विलंब, पारिवारिक कलह, स्वास्थ्य समस्याएं या आर्थिक बाधाएं मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव के कारण उत्पन्न हो रही हों।

उज्जैन में मंगल भात पूजा एक प्रभावी वैदिक उपाय है, जो महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की दिव्य शक्ति और विशेष मंत्रों के माध्यम से मंगल के नकारात्मक प्रभाव को शांत करता है। उज्जैन में मंगल दोष पूजन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि ज्योतिषीय समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान भी है। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की अलौकिक ऊर्जा और वैदिक मंत्रों का संगम इस पूजा को अद्वितीय बनाता है।

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मंगल भात पूजन का महत्व

मंगल भात पूजा में चावल (भात) का विशेष महत्व होता है, जो शुद्धता और समर्पण का प्रतीक है। पूजा की प्रक्रिया में नवग्रहों की पूजा, भगवान शिव का पंचामृत से अभिषेक, और मंगलदेव के मंत्रों का जाप शामिल होता है। इसके पश्चात, शुद्ध चावल भगवान को अर्पित किया जाता है, जिससे मंगल दोष के नकारात्मक प्रभावों को शांत किया जा सके।

मंगल भात पूजा-विधि

मंगल भात पूजन उज्जैन में कराने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है जो की निम्नलिखित है:

  1. संकल्प:
    पूजा से पहले पंडित जी से कुंडली विश्लेषण करवाएँ और मंगल दोष है या नहीं इस बात की स्पष्टी करें।
  2. महामृत्युंजय मंत्र जाप:
    शिवलिंग के सामने “ॐ त्र्यम्बकं यजामहे…” मंत्र का जाप नियमित रूप से करें।
  3. हवन एवं अभिषेक:
    • लाल चंदन, गुड़, मसूर दाल, और लाल फूलों से विशेष हवन किया जाता है।
    • महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का दूध, घी, शहद, और गंगाजल से अभिषेक।
  4. कुम्भ विवह:
    मंगल दोष शांति के लिए पीपल के वृक्ष या मूर्ति से प्रतीकात्मक विवाह (कुंभ विवाह) कराया जाता है।
  5. दान:
    पूजा के अंत में गरीबों को लाल वस्त्र, गुड़, या तांबे के बर्तन दान किए जाते हैं।

उज्जैन में मंगल भात पूजन के लाभ

मंगल भात पूजन उज्जैन में कराने के निम्नलिखित लाभ है जो की निम्नलिखित है:

  • वैवाहिक जीवन में सुधार: इस पूजन को कराने से विवाह में आ रही बाधाएँ दूर होती हैं और पारिवारिक सदभाव बढ़ता है।
  • आर्थिक स्थिरता: नौकरी या व्यापार में उन्नति और कर्ज से मुक्ति मिलती है।
  • स्वास्थ्य लाभ: रक्त संबंधी रोगों और दुर्घटनाओं का खतरा कम होता है।
  • मानसिक शांति: क्रोध और चिड़चिड़ापन पर नियंत्रण होता है।
  • वैवाहिक जीवन में सुधार: मंगल दोष के कारण उत्पन्न होने वाली वैवाहिक समस्याओं में कमी आती है।

उज्जैन में मंगल भात पूजा खर्च कितना है?

मंगल भात पूजा की लागत पूजा के प्रकार और दोष की जटिलता पर निर्भर करती है:​

सामान्य मंगल पूजा: ₹2,100

विशेष मंगल पूजा: ₹3,100

विशेष अनुष्ठान पूजा: ₹5,100

यह पूजा खर्च एक अनुमानिक खर्च है इसकी सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए उज्जैन के अनुभवी पंडित अतुल अग्निहोत्री जी से नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें।

उज्जैन में मंगल भात पूजा बुकिंग कैसे करें?

उज्जैन में मंगल भात पूजन आयोजित करना बहुत ही सरल और प्रभावी उपाय है जिसके द्वारा कुंडली में उपस्थित दोष का निवारण किया जाता है। यदि आप भी उज्जैन में मंगल भात पूजन कराना चाहते है तों उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से संपर्क करें और पूजा के विषय में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करें। पंडित जी को पूजा-अनुष्ठान में 8 वर्षो से अधिक योग्यता प्राप्त है। नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें और अपनी पूजा बुक करें।

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